मीणा इतिहास

बावन कोट छप्पन दरवाजा – मीणा मर्द नहाण का राजा।"

          बावन कोट छप्पन दरवाजा, मीणा मर्द                         नहाण का राजा। "

रुकमणी जी का मीणा समाज से रिश्ता

              रुकमणी का मीणा समाज से रिश्ता ?



शिवपुरी जिले के कुण्डलपुर में मीणाओं का एक समृद्ध राज्य था। कहते हैं कि यहाँ के लोग और भाटों का मानना था कि रूकमणी जी,  श्री कृष्ण जी की पत्नी बनीं, असल में यहीं की रहने वाली थीं और वे मीणा जाति की थीं।
        कुण्डलपुर में एक देवी का मन्दिर था, जो शांति और शक्ति का प्रतीक था। यही वो स्थान था जहां रुकमणी जी पूजा करने आईं थीं। और यहीं, मन्दिर के पास, श्री कृष्ण ने अपना रथ खड़ा किया था। उसी समय, एक अद्भुत घटना घटी — रूकमणी जी का हरण हुआ। यह स्थान शिवपुरी से महज 40 किलोमीटर दूर था, लेकिन इसकी कहानी हर दिल में समाई हुई थी।

रूकमणी जी की शादी पहले गुना जिले के चन्देरी के राजा शिशुपाल से तय हो गई थी। लेकिन रूकमणी के दिल में एक और नाम था — श्री कृष्ण। उन्होंने  श्री कृष्ण को एक पत्र भेजा, जिसमें लिखा था,." आप मुझे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कीजिए श्री कृष्ण ने यह संदेश पढ़ा और अपने रथ पर बैठ, रूकमणी के पास पहुँच गए। 
            किंवदंती के अनुसार, आज भी इस क्षेत्र में मीणों की संख्या बहुत अधिक है। लोक गीतों में, जागा और भाट कहते हैं कि रूकमणी जी मीणा जाति की थीं। इन गीतों में रूकमणी की सुंदरता और साहस का वर्णन बड़े श्रद्धा भाव से किया जाता है।

नोट : This all information collected from trusted secondary sources and some more articles given below...


टिप्पणियाँ

Trending News

एक लाख मीनाओ का कत्लेआम इतिहास से अनजान

12 अक्टूबर समाज का काला दिन जिसका दर्द अभी तक ......

मरने की अनुमति

खून से लाल हुई धरती. मीनाओ की बर्बर हत्या / राजस्थान का जलियांवालाकांड